NSE यानी कि नैशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और एशिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज हैं तो चलिए जानते हैं NSE क्या है|Is NSE better For Traders|
NSE का पूरा नाम नैशनल स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी स्थापना 1992 में की गयी थी….
वहीं इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है और इसमे 1920 के करीब कम्पनियाँ लिस्टेड है जिसमें से लगभग 1790 कम्पनियों में कारोबार किया जाता है|
NSE का फुल फॉर्म क्या है
N – National
S –Stock
E – Exchange
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज एक नजर में
TYPE | Stock Exchange |
Headquarter | Mumbai |
Founded In | 1992 |
Chairperson | GIRISH CHANDR CHATURVEDI |
MD & CEO | A.K CHOUHAN |
Indices | Nifty 50,Nifty Next 50,Nifty small cap 250 Etc. |
Website | NSE INDIA.COM |
Listed Companies | 2170+ (2023) |
Trading Currency | Indian Rupess |
Trading Days | Mon to Friday |
Trading Time | 0915 to 1530 |
Operate by | Securities and Exchange Board of India |
Digital Trading Started in | 1994 |
Total no of Demat Account | 10 crore+ (2023) |
Competitors | BSE |
Nifty 50 क्या होता है
निफ्टी 50 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है|
निफ्टी 50 इंडेक्स भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और इस्तेमाल किए जाने वाला स्टॉक एक्सचेंज इंडेक्स है जिसे 22 अप्रैल 1996 में लॉन्च किया गया था|
निफ़्टी फिफ्टी में देश की 50 सबसे बड़ी कंपनियों को शामिल किया जाता है यह कंपनियां मार्केट कैप के आधार पर चुनी जाती है यानी जिस कंपनी का मार्केट केपीटलाइजेशन सबसे ज्यादा होता है वह 50 कंपनियां निफ्टी 50 में शामिल कर ली जाती है|
हालांकि निफ्टी 50 इंडेक्स हर 6 महीने बाद अपडेट होता रहता है और जो कंपनी अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है उसे इस इंडेक्स से हटा दिया जाता है और अच्छे प्रदर्शन करने वाली कंपनी को इस इंडेक्स में जोड़ लिया जाता है|
आप पढ़ रहे हैं NSE क्या है|Is NSE better For Traders|
NSE क्या कार्य करता है
NSE यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यह भारत में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट की सुविधा प्रदान करता है|
यह भारतीय शेयर बाजार को रियल टाइम ऑनलाइन स्क्रीन पर दिखाता है|
इसकी मदद से हम किसी भी शेयर को रियल टाइम में फोन के माध्यम से ही खरीद सकते हैं और फोन के माध्यम से ही बेच सकते हैं|
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ कई प्रमुख ब्रोकर जुड़े हुए हैं जिनमें हम अपना डिमैट अकाउंट खुलवाते हैं और जिसकी मदद से फिर हम एनएससी यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड कर सकते हैं|
यह ब्लॉग NSE क्या है|Is NSE better For Traders|नए और पुराने दोनों तरह के निवेशकों के लिए उपयोगी है|
NSE पर ट्रेड करने के फायदे
तरलता (Liquidity)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमें लिक्विडिटी प्रदान करता है यानी कि हम बड़ी आसानी से किसी भी स्टॉक को एनालाइज कर सकते हैं तथा कभी भी सर्च कर ट्रेड और इनवेस्ट कर सकते हैं|
वही हम एनएससी की मदद से बड़ी आसानी से किसी भी शेयर को खरीद सकते हैं और कभी भी बेच सकते हैं|
NSE में आपको शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है|
पारदर्शिता (ट्रांसपेरेंसी)
NSE अपने निवेशकों को ट्रांसपेरेंसी प्रदान करता है
यानी कि आप किसी भी स्टॉक का संपूर्ण एनालिसिस एनएससी के माध्यम से कर सकते हैं तथा किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले उससे संबंधित संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं|
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज आपको रियल टाइम मार्केट में अपडेट रखता है यानी कि जो वास्तविक मार्केट में घट रहा होता है वही रियल टाइम वह आपको फोन की स्क्रीन पर दिखाता है|
NSE पर ट्रेड करने के नुकसान
यूं तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करने के कोई नुकसान नहीं दिखाई देते हैं लेकिन फिर भी कुछ छोटे पॉइंट्स हैं जिन्हें ध्यान में जरूर रखना चाहिए :-
डिजिटल चोरी का खतरा
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करने का सबसे बड़ा खतरा यह है कि इसमें हमारे शेयर चोरी होने का खतरा बना रहता है क्योंकि हमारे डिमैट अकाउंट को कोई भी हैकर हैक कर सकता है|
कैपिटल लॉस का खतरा
कई बार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ऐसे लोग ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं जिन्हें मार्केट का बहुत कम ज्ञान होता है जिसकी वजह से वो अपना कैपिटल लॉस कर देते हैं इस तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कैपिटल लॉस तक खतरा बना रहता है|
ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट खोलने पर लगने वाले शुल्क
एनएससी पर ट्रेड करने के लिए आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है जो आपको ब्रोकर के माध्यम से खुलवाना पड़ता है जिसके लिए ब्रोकर आपसे कई प्रकार के शुल्क लेता है कुछ ब्रोकर आपसे कम तो कुछ आपसे ज्यादा शुल्क लेते हैं|
ट्रेडिंग पर लगाए जाने वाले शुल्क
वहीं पर ऑनलाइन ट्रेडिंग मे आपसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा कई तरह के शुल्क लिए जाते हैं जो हमें दिखाएं और बताएं तो नहीं जाते हैं लेकिन वह लंबे समय की इन्वेस्टमेंट पर काफी ज्यादा फर्क डालते हैं|
ब्रोकर के भागने का खतरा
नए निवेशकों को इस बात का खतरा हमेशा बना रहता है कि कहीं उनका ब्रोकर उनके पैसे लेकर भाग ना जाए|
लेकिन यहां मैं आपको यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि यदि आपका ब्रोकर भाग भी जाता है तो आपका पैसा और आपके शेयर कभी भी नहीं डूबते हैं आप अन्य ब्रोकर के माध्यम से अपनी BIO ID के माध्यम से लॉगिन करके अपने पोर्टफोलियो को देख सकते हैं|
NSE में कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में साल 2023 तक लगभग 1950 कंपनियां लिस्टेड है जिसमें से तकरीबन 1790 कंपनियों में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट की जाती है|
हालांकि यह आंकड़े बदलते रहते हैं इसीलिए हमेशा इन कंपनियों का लेटेस्ट अपडेट लेते रहे|
यह सभी कंपनियां अलग-अलग इंडेक्स में प्रदर्शित की जाती है
जैसे की टॉप 50 कंपनियां निफ्टी 50 में उसकी अगली 50 कंपनियां निफ़्टी नेक्स्ट 50 में उसकी अगली 100 कंपनी Midcap 100 में वही उसके बाद की 250 कंपनी स्मॉल कैप 250 में शामिल की जाती है|
मुझे उम्मीद है आपने इस ब्लॉग NSE क्या है|Is NSE better For Traders|से संबधित सभी प्रश्नों के जवाब पा लिए होंगे|
NSE की स्थापना के क्या उद्देश्य हैं
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मार्केट में हमें ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग की सुविधा मिलती है|
- यह शेयर बाजार में ट्रांसपेरेंसी और लिक्विडिटी प्रदान करता है|
- यह हमें प्रत्येक स्टॉक का एनालिसिस करने का प्लेटफॉर्म प्रदान करता है|
- इसके माध्यम से हम शेयर को बड़ी आसानी से बेच और खरीद सकते हैं|
- इसके माध्यम से हम अपने अकाउंट को किसी एक ब्रोकर से दूसरे ब्रोकर में बड़ी आसानी से चेंज कर सकते हैं|
- यह स्टॉक मार्केट से जुड़े कई सारे कोर्सेज भी कई बार लांच करता है जिसका फायदा हम जैसे ट्रेडर और इन्वेस्टर ले सकते हैं|
- इसकी स्थापना का सबसे बड़ा उद्देश्य यह था की साल 1994 से पहले पेपर ट्रेडिंग की जाती थी यानी कि आपको शेयर एक पेपर के रूप में मिलते थे
- लेकिन NSE ने साल 1994 में डिजिटल ट्रेडिंग शुरू की यानी कि अब आप फोन के माध्यम से ही किसी भी शेयर को खरीद और बेच सकते थे|
- आपको यह ब्लॉग NSE क्या है|Is NSE better For Traders| कैसा लगा कमेन्ट करके अवश्य बताएँ|
NSE पर मौजूद प्रमुख इंडेक्स
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कई सारे इंडेक्स का प्रतिनिधित्व करता है..
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड प्रमुख इंडेक्स निम्नलिखित है :-
INDEX | SUMMARY |
Nifty 50 | NSE में लिस्टेड टॉप 50 कम्पनियाँ |
NIFTY NEXT 50 | NSE में लिस्टेड 51th to 100 कंपनियां |
NIFTY 100 | NSE में लिस्टेड टॉप 100 कम्पनियाँ |
NIFTY 500 | NSE में लिस्टेड टॉप 500 कम्पनियाँ |
NIFTY MIDCAP 150 | NSE में लिस्टेड 100th to 250th रैंक की कम्पनियाँ |
NIFTY SMALL CAP 250 | NSE में लिस्टेड 250th to 500 रैंक की कम्पनियाँ |
NIFTY MICROCAP 250 | NSE में लिस्टेड आखिरी 250 कम्पनियाँ |
NSE क्या है|Is NSE better For Traders|निष्कर्ष (Conclusion)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसी संस्था है जिसकी मदद से हम शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट कर पाते हैं|
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हमें कई तरह की सुविधा प्रदान करता है तो इसमें कई तरह की कमियां भी है जिनके बारे में हम ऊपर पूरी तरह से जान चुके हैं|
स्
टॉक एक्सचेंज में 1700 से अधिक कम्पनियाँ लिस्टेड है जो इसे और भी विशेष बनाती हैं|
अभी आपने पढ़ा NSE क्या है|Is NSE better For Traders| मुझे आशा है आपने यहां आज कुछ नया सीखा होगा|
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सबसे बड़ी कंपनियां कौन है?
848 बिलियन डॉलर के बाजार मूल्य के साथ Apple दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। गूगल 749 बिलियन डॉलर के बाजार मूल्य के साथ दूसरे स्थान पर है।
शेयर मार्केट का राजा कौन है?
भारत में राकेश झुनझुनवाला को और विश्व में वारेन बफेट को शेयर मार्केट का किंग कहा जाता है|
विश्व का सबसे महंगा शेयर कौन सा है?
विश्व का सबसे महंगा शेयर Berkshore हेथवे Inc. है जिसकी शेयर कीमत भारतीय रूपों में 4.50 करोड रुपए होती है वहीं भारत में सबसे महंगा शेयर एमआरएफ का है जिसकी कीमत एक 140000 के करीब है|
भारत की सबसे अमीर कंपनी कौन सी है?
भारत की सबसे अमीर कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है जिसकी कुल कीमत 18 लाख करोड़ से भी अधिक है|
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