यदि आप शेयर मार्केट में नए हो तो आपके दिमाग में यह सवाल जरूर आता होगा कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है इस ब्लॉग में आप इसी के बारे में पढ़ने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं यह इंटरेस्टिंग ब्लॉग ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है|Why Trading is Considered as a gambling|
ट्रेडिंग होती क्या है
ट्रेडिंग कितनी तरह की होती है इस सवाल का जवाब जानने से पहले आइए जानते हैं कि आखिर ट्रेडिंग होती क्या है ?
शेयर मार्केट में किसी कंपनी के शेयर को कम दाम पर खरीद कर उसे ज्यादा दाम पर बेचने की कला को हम ट्रेडिंग कहते हैं|
यानी कि जब एक ट्रेडर किसी शेयर को खरीदता है तो वह इस उम्मीद से शेयर में पैसा लगता है कि उसका पैसा आने वाले समय में ग्रोथ करेगा
लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता है कई बार शेयर मार्केट में हमें अपना पैसा गंवाना पड़ता है|
वही सेबी जिसका पूरा नाम सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया है जो कि पूरे शेयर मार्केट को नियंत्रित करती है उसके अनुसार साल 2023 में हर 10 में से 09 ट्रेडर ने अपना पैसा खोया है|
इसीलिए यदि आप शेयर मार्केट में नए हैं तो ट्रेडिंग करने से पहले इसके बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश करें अन्यथा आप आने वाले समय में अपनी काफी पूंजी गंवा सकते हैं|
ट्रेडिंग के 06 प्रकार
यूँ तो शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कई तरह की होती है लेकिन उनमे से 6 मुख्य प्रकार हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है : –
1.Intraday Trading
शेयर मार्केट में जब हम किसी कंपनी के शेयर को एक दिन में खरीद कर उसी दिन बेच देते हैं तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं यानी कि एक ही दिन के भीतर कारोबार करना|
इस प्रकार की ट्रेडिंग के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और चार्ट पेटर्न को समझना आना बहुत जरूरी है|
विशेष ध्यान रहे इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाए|
यहां पर एक बात का विशेष ध्यान दें कि यदि आप किसी कारण से 3:25PM तक शेयर को नहीं बेचते हैं तो आपका ब्रोकर खुद ही आपकी पोजीशन को Square-Off करके बेच देता है
इसीलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर को काफी एक्टिवेट और स्क्रीन के आगे पूरा दिन बने रहना पड़ता है|
इंट्राडे ट्रेडिंग उन लोगों के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होती है जो इसे फुल टाइम जॉब की तरह देखते हैं|
यदि आप नए निवेशक है और इंटरनेट ट्रेडिंग को पैसिव इनकम बनाने के सोर्स की तरह देख रहे हैं तो आप कृपया सतर्क हो जाएं क्योंकि इसमें आप अपनी मेहनत का पैसा खो सकते हैं|
2. Swing Trading
स्विंग ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग से काफी अलग होती है
इसमें ट्रेड किसी स्टॉक को 1 दिन से ज्यादा समय के लिए होल्ड करके रखता है|
इस ट्रेडिंग में ट्रेडर कुछ समय के लिए स्टॉक के बढ़ते दाम को देखकर उसे होल्ड करता है और हफ्ते में या एक महीने के अंदर प्रॉफिट करके निकल लेता है|
हालांकि स्विंग ट्रेडिंग में ट्रेडर किसी भी स्टॉक को 1 साल से अधिक समय के लिए होल्ड करके नहीं रखता है|
यह ट्रेडिंग ज्यादातर उस समय की जाती है जब कोई स्टॉक न्यूज़ में हो और आने वाले कुछ दिनों या सप्ताह तक शेयर प्राइस के ऊपर जाने की संभावना हो|
स्विंग ट्रेडर इस चीज का फायदा उठाते हैं और कुछ समय के लिए स्टॉक को खरीद कर अच्छा खासा प्रॉफिट कमा कर बेच देते हैं|
3. Momentum Trading
Type of Trading की इस सूची में तीसरे नंबर पर आती है मोमेंटम ट्रेडिंग|
इस प्रकार की ट्रेडिंग में ट्रेडर मूवमेंट का फायदा उठाते हैं..
यानी कि जैसे ही किसी न्यूज़ की वजह से किसी स्टॉक के प्राइस के ऊपर जाने की संभावना बढ़ती है वैसे ही ट्रेडर उस शेयर को खरीद लेता है
और जैसे ही ट्रेडर को लगता है कि अब इस कंपनी का शेयर प्राइस गिरने वाला है तो वह उस शेयर को बेचकर निकल जाता है और काफी कम समय में अच्छा खासा प्रॉफिट बना लेता है|
इस ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर बाजार का, ट्रेडिंग का, स्टॉक एनालिसिस का और चार्ट analysis का नॉलेज होना काफी ज्यादा जरूरी है|
इस प्रकार की ट्रेडिंग करने के लिए आपको शेयर मार्केट से जुड़ी न्यूज़ पर अपडेट रहना पड़ता है|
इस प्रकार की ट्रेडिंग को करने वाले ट्रेडर मार्केट टाइम यानी की 9:15AM से 3:30PM तक काफी एक्टिवेट रहते हैं और बाजार में चलने वाली खबरों पर पूरा फोकस रखते हैं|
यदि आप भी काफी कम समय में ज्यादा प्रॉफिट करने की सोच रहे हैं तो मोमेंटम ट्रेडिंग आपके लिए काफी बेहतर विकल्प साबित हो सकती है|
4. Scalping Trading
शेयर मार्केट में सबसे कम समय के लिए की जाने वाली ट्रेडिंग है स्काल्पिंग ट्रेडिंग|
यह ट्रेडिंग ना इंट्राडे की तरह एक दिन के लिए की जाती है ना ही स्विंग ट्रेडिंग की तरह कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों के भीतर की जाती है और ना ही डिलीवरी ट्रेडिंग की तरह कई सालों तक होल्ड करके रखी जाती है|
स्काल्पिंग ट्रेडिंग में ट्रेडर 1 से 2 मिनट के बीच में ही मुनाफा कमा कर मार्केट से निकल लेते हैं|
यानी कि जैसे ही ट्रेडर को लगेगा कि शेयर प्राइस ऊपर जाने वाला है वैसे ही वह काफी सारे शेयर बल्क में खरीद लेते हैं और जैसे ही उसमें उसे प्रॉफिट दिखता है अगले दो से चार मिनट के भीतर ही वह उस स्टॉक को बेचकर एग्जिट ले लेते हैं|
इसमे काफी कम समय में ट्रेडर काफी ज्यादा पैसा कमा लेता है
हालांकि इस ट्रेडिंग को करने के लिए ट्रेडर के पास शेयर मार्केट की जानकारी और काफी सारा अनुभव होना आवश्यक है|
इस ट्रेड को ज्यादातर वही लोग करते हैं जो ट्रेडिंग को फुल टाइम जॉब की तरह लेते हैं
स्काल्पिंग ट्रेडिंग में 1 दिन में कई बार कई शेयरों को खरीदा और बेचा जाता है|
मार्केट में इस ट्रेडिंग को कम समय में ज्यादा पैसा कमाने वाली ट्रेडिंग भी कहते हैं|
वहीं कुछ मार्केट जानकार इसे “दिमाग की ट्रेडिंग” भी कहते हैं|
5. Positional Trading
इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर आती है पोजीशनल ट्रेडिंग
इस तरह की ट्रेडिंग में ट्रेडर स्टॉक को कुछ हफ्तों से लेकर कई वर्षों तक भी होल्ड करके रख सकता है|
यह ट्रेडिंग दीर्घकालिक ट्रेडिंग है और लंबे समय के लिए की जाती है जिसमें ट्रेडर यह उम्मीद लगाए बैठता है कि लंबे समय में उसके द्वारा खरीदे गए शेयर का शेयर प्राइस ऊपर जाएगा|
कई बार मार्केट की सिचुएशन को देखते हुए ट्रेडर एक महीने से लेकर 1 साल के भीतर ही शेयर को बेच देता है तो कई बार 5 से 10 साल तक भी शेयर को नहीं बेचता है|
6. Delivery Trading
शेयर मार्केट में जब आप किसी शेयर को एक दिन से अधिक समय के लिए होल्ड करके रखते हैं तो उसे डिलीवरी ट्रेडिंग कहते हैं यह एक वर्ष एक महीने या 10 साल तक भी हो सकती है|
यह ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग से काफी अलग है इसमें ट्रेडर एक निवेशक की तरह सोचता है और लंबे समय के विजन को लेकर ही निवेश करता है|
इस तरह की ट्रेडिंग में अक्सर ट्रेडर किसी स्टॉक को खरीद कर काफी लंबे समय तक भूल जाता है और काफी सालों बाद चेक करता है जिससे उसका पैसा काफी ग्रोथ हो चुका होता है|
इसलिए यदि आप शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो डिलीवरी ट्रेडिंग सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प साबित हो सकती है|
मैं उम्मीद करता हूं आपको अपने सवाल का जवाब अवश्य मिल गया होगा कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है|Why Trading is Considered as a gambling|
कौन सी ट्रेडिंग सबसे ज्यादा लाभदायक है?
Intraday aur Delivery Trading :-
कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे बेहतर ऑप्शन माना जाता है|
क्योंकि इस ट्रेडिंग में हम एक दिन के लिए किसी शेयर को खरीदते हैं और उसी दिन अच्छा प्रॉफिट कमा कर बेच देते हैं|
लेकिन इस तरह की ट्रेडिंग के लिए आपको शेयर मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस और चार्ट को समझना आना निहायती जरुरी है|
यदि आप शेयर मार्केट में नए हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग से बचें पहले इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करें उसके पश्चात ही इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा लगाए अन्यथा आप अपनी मेहनत का पैसा खो बैठेंगे|
वहीं यदि आप लंबे समय के निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो डिलीवरी ट्रेडिंग आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकती है जिसमें आप किसी शेयर को खरीद कर उसे काफी लंबे समय तक होल्ड करके रखते हैं|
यह समय 1 साल से लेकर 10 साल या 15 साल तक का भी हो सकता है|
यदि मैं ईमानदारी से आपको अपनी राय दूँ तो डिलीवरी ट्रेडिंग में कम से कम 10 साल तक आपको किसी शेयर में होल्डिंग बनाए रखनी चाहिए ताकि आप इन्वेस्टमेंट से ज्यादा कंपाउंडिंग का लाभ उठा सको|
किस प्रकार की ट्रेडिंग सबसे ज्यादा कमाई करती है?
शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग और स्काल्पिंग ट्रेडिंग कम समय में काफी ज्यादा पैसा कमाने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली ट्रेडिंग है|
इंट्राडे में जहां आप एक शेयर को एक दिन के भीतर खरीद कर उसी दिन बेच देते हो वहीं Scalping ट्रेडिंग में आप मात्र दो से चार मिनट में ही किसी शेयर को खरीद कर उसे बेच देते हैं|
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप किसी शेयर को एक बार खरीद कर उसे दिन के अंत में ही बेचते हो लेकिन स्काल्पिंग ट्रेडिंग में ऐसा नहीं होता है स्काल्पिंग ट्रेडिंग में 1 दिन में आप कई सारे शेयरों को खरीदते और बेचते रहते हो|
इस तरह से स्काल्पिंग ट्रेडिंग में खरीदना बेचना खरीदना बेचना लगा ही रहता है|
लेकिन हां इन दोनों तरह की ट्रेडिंग को करने के लिए आपको ट्रेडिंग का एक्सपर्ट होना और टेक्निकल एनालिसिस का आना बहुत जरूरी है|
यदि बात करें इंट्राडे ट्रेडिंग की तो इस ट्रेडिंग से आप एक दिन में 1000 से लेकर 1 करोड रुपए तक भी कमा सकते हो
वही स्काल्पिंग ट्रेडिंग में आप छोटे-छोटे ट्रेड करते रहते हो और दिन के अंत तक ₹100000 तक भी बना सकते हो|
लेकिन यदि आप शेयर मार्केट में नए हो तो मैं आपको अपनी एक ही राय देना चाहूंगा कि इस तरह की ट्रेडिंग से आप शुरुआत में बचे और पहले शेयर मार्केट के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर ले उसके बाद ही कोई निर्णय लें|
क्या शेयर मार्केट जुआ है (Is Share Market a Gambling)
जी हां|
शेयर मार्केट उनके लिए एक जुए की तरह ही है जो बिना कुछ सीखे, बिना शेयर मार्केट के बारे में जाने ही उसमें पैसा लगा देते हैं और अपना पैसा गंवा कर बैठ जाते हैं|
लेकिन यदि आप शेयर मार्केट में एक mature निवेशक हो और शेयर मार्केट के बारे में काफी ज्यादा सीख चुके हो तो शेयर मार्केट आपके लिए एक ऐसा विकल्प साबित हो सकता है जो आपको एक अच्छी इनकम प्रदान करके देगा|
भारत में कई सारे ऐसे ट्रेडर हैं जो ट्रेडिंग दिनों (सोम से शुक्र)में सुबह 9:15 पर लैपटॉप के आगे बैठते हैं और 3:30 तक इतनी कमाई कर लेते हैं जितना एक महीने भर की जॉब करने वाला पूरे महीने में नहीं कमा पाता|
लेकिन इसके लिए आपको शेयर मार्केट के बारे में पहले कम से कम 2 से 3 साल तक सीखना पड़ता है|
और यदि आप लोगों की बातें सुनकर या खबरों को देखकर शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो काफी ज्यादा चांसेस है कि आप आने वाले समय में अपनी संपत्ति खो बैठोगे|
इसलिए शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने से पहले इसकी संपूर्ण जानकारी हासिल अवश्य कर ले अन्यथा शेयर मार्केट आपके लिए और आपके परिवार के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं होगा जो आपकी संपत्ति को डुबो देगा|
मैं उम्मीद करता हूं यह ब्लॉग ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है|Why Trading is Considered as a gambling|आपकी इन्वेस्टमेंट जर्नी को बेहतर बनाएगा|
इंट्रा-डे ट्रेडिंग vs स्विंग ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग हो या स्विंग ट्रेडिंग दोनों तरह की ट्रेडिंग में निवेशक काफी ज्यादा लंबे समय के बारे में नहीं सोचता है वह कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट करने की सोच रखता है
आईए इसे नीचे दिए टेबल की मदद से समझते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है :-
INTRADAY TRADING | SWING TRADING |
इसमे share को एक दिन में खरीद कर उसी दिन में ही बेचना पड़ता है | | इसमे शेयर को कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक होल्ड करके रखा जा सकता है | |
Intraday में आपकी गैरमौजूदगी में ब्रोकर स्वंय ही आपकी position Square off कर देता है | | इसमे आप को खुद ही शेयर को बेचना पड़ता है | |
यह ज्यादा रिस्की और ज्यादा Profitable है| | यह कम रिस्की और अच्छी profitable है | |
Intraday में एक दिन में 1 करोड़ भी कमा सकते हैं| | Swing trading में थोड़ा कम प्रॉफिट होता है | |
ट्रेडिंग के फायदे (Advantages Of Trading)
यदि आप शेयर मार्केट को अच्छे तरीके से समझते हो तो इसके कई सारे फायदे हैं जो निम्नलिखित है :-
- ट्रेडिंग से आप एक दिन में ही लाखों रुपए कमा सकते हो|
- ट्रेडिंग को आप पैसिव इनकम का एक जरिया बना सकते हो|
- ट्रेडिंग को आप फुल टाइम जॉब की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हो|
- आप लोगों को ट्रेडिंग के बारे में सीखा कर भी पैसे कमा सकते हो|
- आप गूगल पर ट्रेडिंग से जुड़ा ब्लॉग बनाकर भी पैसे कमा सकते हो|
- आप लोगों को ट्रेडिंग से जुड़ी हुई लेटेस्ट खबरों के बारे में जानकारी देकर भी पैसे कमा सकते हो|
- आप ट्रेंडिंग से कम समय में ही अपने फाइनेंशियल गोल अचीव कर सकते हो|
- आप ट्रेंडिंग की मदद से बहुत कम उम्र में ही फाइनेंशियल फ्रीडम प्राप्त कर सकते हो|
- आप लोगों को ट्रेडिंग के बारे में शिक्षित करके और कोचिंग क्लासेस लेकर भी पैसा कमा सकते हो|
ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of Trading)
जहां पर ट्रेडिंग के कई सारे फायदे हैं तो वहां पर इसके कुछ नुकसान भी है जिनके बारे में आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए
आईए जानते हैं ट्रेडिंग से होने वाले नुकसान निम्नलिखित है :-
- नए ट्रेडर शेयर मार्केट में अपना पैसा गंवा सकते हैं|
- इसमें एक आम ट्रेडर अपनी जिंदगी भर की कमाई गंवा सकता है|
- सेबी के अनुसार साल 2023 में हर 10 में से 09 लोग ट्रेडिंग में अपना पैसा गवाते हैं इसलिए इस आंकड़े को भी दिमाग में रखें|
- कुछ लोग शेयर मार्केट में पैसा गंवाने के बाद उसको रिकवर करने के चक्कर में और संपत्ति भी लुटा देते हैं|
- कुछ लोग लोन लेकर शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं और बाद में वह लोन न चुका पाने के कारण डिप्रेशन में भी चले जाते हैं|
- कुछ लोगों को मार्केट की लत लग जाती है जिसकी वजह से है वह लंबे समय में पैसा गंवा देते हैं|
- कुछ लोग ट्रेडिंग की वजह से चोरी करना भी शुरू कर देते हैं और घर से पैसे चुरा कर उसे ट्रेडिंग में हरा देते हैं|
- कुछ लोग ट्रेडिंग को जुए की तरह लेते हैं और रातों-रात अमीर बनने की सोच में अपना सारा पैसा ट्रेडिंग में लगा देते हैं और भविष्य में काफी नुकसान उठा बैठते हैं|
- ट्रेडिंग उन लोगों के लिए तो कतई भी बेहतर ऑप्शन नहीं है जो एक मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं और जिन्हें ट्रेडिंग का जरा भी नॉलेज ना हो|
ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी शर्तें (Rules to Start Trading)
यदि आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो ट्रेडिंग करने से पहले आपको मार्केट की कुछ आवश्यक शर्तें हैं जिन्हें पूरा करना पड़ेगा जैसे :-
- आप शेयर मार्केट में तभी निवेश कर पाएंगे जब आपके पास डिमैट अकाउंट होगा|
- शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के लिए आपके पास एक ट्रेडिंग अकाउंट का होना भी अनिवार्य है|
- आप भारतीय नागरिक होने चाहिए है और आपकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए|
- यदि आपकी उम्र 18 साल से कम है तो आप अपने पेरेंट्स के पैन कार्ड पर अकाउंट बना सकते हैं|
- आपके पास इनकम प्रूफ के लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य है|
- आपको शेयर मार्केट में कुछ शुल्क देने पड़ते हैं|
- यदि आप शेयर मार्केट में SIP करते हैं तो आपके बैंक में प्रति माह आवश्यक बैलेंस जरूर होना चाहिए|
- आप जिस ब्रोकर से डिमैट अकाउंट खुलवाते हैं आपको उसे अकाउंट ओपनिंग चार्ज और AMC के साथ कई हिडन चार्ज भी देने पड़ते हैं जिसके लिए आपके पास अकाउंट में सफिशिएंट बैलेंस होना अनिवार्य है|
ट्रेडिंग सीखने के तरीके (How to learn Trading)
आज की इस डिजिटल दुनिया में शेयर मार्केट के बारे में सीखने के लिए आपके पास हजारों सोर्स उपलब्ध है जिनमें से शेयर मार्केट सीखने के सबसे प्रसिद्ध तरीके निम्नलिखित है :-
आज की इस डिजिटल दुनिया में शेयर मार्केट के बारे में सीखने के लिए आपके पास हजारों सोर्स उपलब्ध है जिनमें से शेयर मार्केट सीखने के सबसे प्रसिद्ध तरीके निम्नलिखित है :-
- आप शेयर मार्केट सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्सेज ज्वाइन कर सकते हैं|
- आप शेयर मार्केट सीखने के लिए गूगल पर Paid क्लासेस जॉइन कर सकते हैं|
- आप शेयर मार्केट से जुड़ी हुई बेहतरीन बुक्स खरीद कर पढ़ सकते हैं|
- यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर मार्केट से जुड़े हुए चैनल को फॉलो कर सकते हैं|
- मार्केट इनफ्लुएंसर हायर कर सकते हैं|
- आप शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी रखने वाले लोगों से दोस्ती बढ़ा सकते हैं|
- आप गूगल पर कुछ वेबसाइट है जिनकी मदद से शेयर मार्केट से देख सकते हैं जैसे :-
- Moneycontrol, Investopedia, 5 paisa
- आप यूट्यूब पर कुछ चैनल की मदद से शेयर मार्केट को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं जैसे :-
- Pushkar Raj Thakur,Rachna Phadke Ranade
निष्कर्ष ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है|Why Trading is Considered as a gambling|
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं किस शेयर मार्केट में कुछ ट्रेडिंग लंबे समय के निवेशकों के लिए तो कुछ ट्रेडिंग्स शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए अच्छी होती है|
लेकिन यदि आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करना चाहते हैं जैसे इंट्राडे या स्विंग ट्रेडिंग तो उसके लिए आपके पास टेक्निकल एनालिसिस का संपूर्ण ज्ञान होना बहुत जरूरी है अन्यथा आप अपना पैसा गंवा सकते हैं|
वहीं यदि आप लंबे समय की निवेश की सोच रहे हैं तो आप कम अनुभव और कम सीखने के बावजूद भी लंबे समय में किसी कंपनी से अच्छा पैसा बना सकते हो|
इसलिए यदि मैं अंत में अपनी व्यक्तिगत राय दूं तो मुझे ट्रेडिंग से बेहतर इन्वेस्टमेंट लगती है क्योंकि इन्वेस्टमेंट आपको लंबे समय में अच्छे ही रिटर्न देती है जिसमें आपके पैसे का डूबने का चांसेस काफी कम होते हैं|
मैं उम्मीद करता हूं आपको यह ब्लॉग ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है|Why Trading is Considered as a gambling|पसंद आया होगा|
शेयर बाजार हफ्ते में कितने दिन खुलता है?
भारत में शेयर बाजार हफ्ते में 5 दिन खुलता है (सोम-शुक्र)
शेयर बाजार कब खुलता है और कब बंद होता है?
भारतीय शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजकर 15 मिनट से लेकर 3 बजकर 30 मिनट (9:15 AM से 3:30PM) तक चालू रहते हैं।
एक साल में कितने ट्रेडिंग दिन होते हैं?
NYSE और NASDAQ (American Market) का औसत साल में लगभग 252 व्यापारिक दिन होता है।
भारत में एक महीने में कितने ट्रेडिंग दिन होते हैं?
एक गैर-लीप वर्ष में, प्रत्येक महीने में औसतन 21 व्यापारिक दिन होते हैं।
Share Market Kya hai |शेयर बाजार से जुड़ी हर जानकारी|A-Z Share Market|
शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें|How to Open Demat Account|